अणुव्रत समितियों द्वारा 68वें अणुव्रत स्थापना दिवस पर आयोजित
12 Jun 2017
स्थानीय तेरापंथ भवन में साध्वीश्री उज्ज्वलरेखा के
सान्निध्य में 68वां अणुव्रत स्थापना दिवस मनाया गया। साध्वीश्री
ने कहा कि अणुव्रत एक नैतिक आंदोलन है। इसकी सीधी एवं
सही परिभाषा है-अपने से अपना अनुशासन। अगर इसे धर्म के
साथ संयोजित किया जाए तो उसकी
परिभाषा होगी-वर्ण, जाति और संप्रदाय की
संकीर्णताओं से मुक्त धर्म। अणुव्रत का
उद्देश्य है मानवता की प्रतिष्ठा करना और
इंसान को सच्च इंसान बनाना। साध्वी
अमृतप्रभा ने कहा कि अणुव्रत स्वयं सिद्ध
शक्ति है। भोगवाद की एक छत्र शक्ति के
प्रतिरोध के लिए वही सफल साधन है।
अपेक्षा है वह शक्ति संगठित बने। समिति के
पूर्व अध्यक्ष मांगीलाल पुगलिया ने भी अपने
विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर विनोद
सिंघी, बंसीलाल नाहटा, जयचंदलाल
भंसाली, भरत सोलंकी, चंदा दूगड़, रंजू सिंघी आदि की उपस्थिति
रही।View More